10 दिसंबर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर मानव अधिकार फाउंडेशन ऑफ इंडियन आइडल की वार्षिक अधिवेशन फूलपुर ब्लॉक आजमगढ़ में संपन्न हुआ

सरायमीर (आजमगढ़) फूलपुर विकास खण्ड के हाल में मानवा अधिकार फाउंडेशन आफ इंडिया संस्था के तत्वावधान में


मानवा अधिकार दिवस मनाया गया। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज कुमार पटेल ने कहा कि विश्व युद्ध के बाद 10 दिसंबर 1948 में मानवा अधिकार की स्थापना हुई।

मानव अधिकार का अर्थ उन सभी अधिकारों से है जो व्यक्ति के जीवन और उसकी स्वतंत्रता, समानता और उसके सम्मान से जुड़े हैं।

यह अधिकार भारतीय संविधान के भाग-तीन में मूलभूत अधिकारों के नाम से साफ-साफ लिखे गए हैं।

इसके अलावा वो अधिकार जो अंर्तराष्ट्रीय समझौते के बाद संयुक्त राज्य द्वारा स्वीकार किए गए हैं उन्हें मानवाधिकार माना जाता है।

उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि मानवा अधिकार कैसे काम करता है। कोई भी पीडित या उसकी ओर से कोई अन्य व्यक्ति आयोग में अपनी याचिका पर सुनवाई और कार्यवाही कर सकता है।

इसके अलावा आयोग न्यायालय की स्वीकृति से न्यायालय के सामने लंबित मामलों में हस्तक्षेप कर सकता है। आयोग के पास यह शक्ति है कि वह सम्बन्धित अधिकारों को पहले से सूचित करके किसी भी जेल का निरीक्षण कर सके।

आयोग मानवाधिकारों से संघियों पर भी ध्यान देता है और उन्हें और अधिक प्रभावी बनाने के लिए लगातार काम करता है। पूर्वी
जोन महासचिव अमित जायसवाल ने कहा कि मानवा अधिकार के अंतर्गत जात धर्म व लिंग आदि के बिना भेदभाव के कार्य करता है। कार्यक्रम में आए हुए पद अधिकारी व सदस्यों का संस्था की ओर से सम्मानित किया गया।कइस मौके पर त्रिभुवन बरनवाल, , मोहम्मद यासिर, रमेश चंद निखिल, मोहम्मद अजमल, राम कृपाल, मोहम्मद हासिम, विनोद कुमार आदि सदस्य उपस्थित रहे।